छिंदवाड़ा जिले के मुख्य सडक मार्ग पर शहर के भीतर चार फाटक नामक रेलवे क्रासिंग पर निर्मित रेलवे ब्रिज के पश्चिम-दक्षिण दिशा की ओर एक खूबसूरत छोटा तालाब दिखाई देता है।
यह चर्चित तालाब जिसे लोग छोटा तालाब, छिंदवाड़ा | Chhota Talab, Chhindwara के नाम से जानते हैं किंतु आप हैरान होंगे यह जानकर कि इस तालाब का वास्तविक नाम असवरनर ताल है।
इस वर्तमान छोटे तालाब का निर्माण सन् 1867 में हुआ था जिसे छिंदवाड़ा जिले के ही उस समय के पदस्थ डिप्टी कमिश्नर मेजर जे.असवरनर ने छोटे तालाब का निर्माण कराया था। पहले असवरनर ताल के नाम से जाना जाता था लेकिन अब छोटे तालाब के नाम से प्रसिद्ध है।
इस चौकोर आकार में निर्मित छोटा तालाब के बीचों-बीच गोलाकार एक टापू भी है जहां जाने के लिए पूराने समय में दो तरफ से रास्ते बनाए गए थे किन्तु अब बाउंड्री के पुनः निर्माण के बाद एक मुख्य मार्ग अंदर टापू जाने के लिए बना हुआ है।
छोटा तालाब में बीच बने टापू में सन् 1970 में फॉरवर्ड ब्लॉक के नेता और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सहयोगी आर.के.हल्दुलकर जी ने सुभाष चंद्र बोस की सैनिक वेशभूषा में आदम कद की रंगीन प्रतिमा स्थापित कराई।
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तब से छोटा तालाब का यह गोलाकार टापू सुभाष पार्क/टापू के नाम से भी प्रसिद्ध होता गया। सुभाष चंद्र बोस की यह प्रतिमा टापू के बीचों-बीच आज भी स्थापित है।
यह स्थल छोटा तालाब व सुभाष पार्क/टापू, छिंदवाड़ा शहर के लिए एक आदर्श पर्यटन स्थल के रूप में जीर्णोद्धार के बाद उभरा है। यहां प्राय: सभी तरह की दुकानों व प्रकृति प्रेमियों का आवागमन रहता है। प्रातः एवं सायंकाल के समय यहां की छटा मन को मोह लेती है।
छोटा तालाब में एक्सरसाइज करने वालों के लिए ओपन जिम की व्यवस्था तथा बच्चों के झूले आदि की व्यवस्था नगर निगम छिंदवाड़ा द्वारा की गई है। पूर्व राज्य सभा सांसद श्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा प्रदत्त सांसद निधि से छोटे तालाब का जीर्णोद्धार तथा सौंदर्यीकरण किया गया था।
वर्तमान में यहाँ सभी उम्र के बच्चे बूढ़े, महिला पुरुष प्रतिदिन सुबह शाम सैकड़ों की संख्या में भ्रमण करने आते हैं। छोटे तालाब का यह पार्क प्रतिदिन सुबह 5 बजे से प्रातः 11बजे तक तथा शाम 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक आम जनता के लिए खुला रहता है।
Direction To Chhota Talab, Chhindwara, Madhya Pradesh (छोटा तालाब | सुभाष पार्क/टापू, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश) :-
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